Bihar No Bag Day बिहार के स्कूलों में अब केवल 5 दिन पढ़ाई : बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा स्कूलों में पढ़ रहे लाखों विद्यार्थियों को बड़ा तोहफा दिया गया है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार सभी स्कूलों में प्रत्येक शनिवार को ‘बैगलेस डे’ घोषित कर दिया गया है। No Bag Day अर्थात प्रत्येक शनिवार को विद्यार्थी बिना बस्ते के स्कूल आएंगे। ‘बैगलेस डे’ में बच्चों को पढ़ाई के स्थान पर योग, व्यायाम, खेलकूद व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़कर जीवन जीने की कला भी सिखाई जाएगी।
No Bag Day की मदद से विद्यार्थियों को सप्ताह में एक दिन कम स्ट्रेस होगा। छात्रों को पढ़ाई के साथ ही अन्य गतिविधियों से जोड़कर जीवन जीने की कला भी सिखाई जा रही है। अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियों की सहायता से विद्यार्थियों को मानसिक रूप से मजबूत करने में मदद मिलती है।
Bihar No Bag Day स्कूलों में अब केवल 5 दिन पढ़ाई
बिहार राज्य के स्कूलों में अब केवल 5 दिन पढ़ाई होगी। सोमवार से लेकर शुक्रवार तक स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। जबकि प्रत्येक शनिवार को स्कूलों में No Bag Day मनाया जाएगा। अब प्रत्येक शनिवार विद्यार्थी बिना बस्ते के विद्यालयों में आएंगे। शनिवार को विद्यालय में पढ़ाई के स्थान पर योग, खेलकूद, व्यायाम व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां विद्यार्थियों को सिखाई जाएंगी।
बच्चे शनिवार को बिना बेल के ही अपने स्कूल में जाएंगे। स्कूल के प्रति रुचि बढ़ाने के मकसद से राज्य सरकार द्वारा इस नए प्रयोग की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शिक्षा दिवस के शुभ अवसर पर No Bag Day की घोषणा की गई है।
Bihar No Bag Day Benefits
बिहार के विद्यालयों में अब केवल 5 दिन ही पढ़ाई होगी। प्रत्येक शनिवार को खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाया जाएगा। इससे बच्चों में पढ़ाई को लेकर स्ट्रेस भी कम होगा। इस शनिवार को बच्चे स्कूलों में बैग लेकर पहुंचे लेकिन बच्चों को पढ़ाया नहीं गया। बच्चों को पढ़ाई के स्थान पर अन्य गतिविधियां कराई गई इनमें पीटी, शारीरिक व्यायाम आदि शामिल था।
CSBC Bihar Police Prohibition Constable Vacancy 2022 बिहार मद्य निषेध सिपाही भर्ती के लिए आवेदन शुरू
कई जगह पर जानकारी ना होने की वजह से पढ़ाई भी कराई गई। वही आधिकारिक सूचना नहीं मिलने पर भी कई विद्यालयों में पढ़ाई कराई गई। अब प्रत्येक शनिवार को बिना बैग एवं किताब के बच्चे स्कूल आएंगे।